पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती को धूमधाम से मनाया गया, विधायक अभय वर्मा ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री के नेतृत्व में ही देश ने पुरे विश्व में अपना परचम लहराया, 19 दिसंबर को तालकटोरा स्टेडियम चलो का किया आह्वान
नई दिल्ली। ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस (जीकेसी) के तत्वाधान में राजधानी दिल्ली के लक्ष्मी नगर में आयोजित देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर पूर्वी दिल्ली के भाजपा विधायक अभय वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान चित्रगुप्त के वंशज कायस्थ परिवार में जन्में काशी के लाल को काशी विधापीठ में शास्त्री की उपाधि से नवाजा गया। वर्मा ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री के नेतृत्व में ही देश ने पुरे विश्व में अपना परचम लहराया था।
'हमारी विभूतियाँ ‘ में हम आज चर्चा करेंगे ,पराक्रमी योद्धा ,शूरवीर एवं अपराजेय सम्राट कायस्थ कुल गौरव पुलकेशिन द्वितीय की :
'हमारी विभूतियाँ ‘ में हम आज चर्चा करेंगे ,पराक्रमी योद्धा ,शूरवीर एवं अपराजेय सम्राट कायस्थ कुल गौरव पुलकेशिन द्वितीय की :
'हमारी विभूतियाँ ' स्तम्भ के माध्यम से हम और आप लगातार हिंदी एवं अहिन्दी भाषी क्षेत्रों से राष्ट्रीय -अंतराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कायस्थ महापुरुषों पर चर्चा करते रहें हैं .इसी श्रृंखला की एक महान कड़ी हैं स्वामी निरंजनानंद सरस्वती जी .
'हमारी विभूतियाँ ' स्तम्भ के माध्यम से हम और आप लगातार हिंदी एवं अहिन्दी भाषी क्षेत्रों से राष्ट्रीय -अंतराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कायस्थ महापुरुषों पर चर्चा करते रहें हैं .इसी श्रृंखला की एक महान कड़ी हैं स्वामी निरंजनानंद सरस्वती जी .
'हमारी विभूतियाँ 'स्तम्भ में आप मिलेंगे भारत वर्ष के सर्वकालीन सर्वश्रेष्ठ उपन्यासकारों में एक ,डॉ वृन्दावन लाल वर्मा जी
'हमारी विभूतियाँ 'स्तम्भ में आप मिलेंगे भारत वर्ष के सर्वकालीन सर्वश्रेष्ठ उपन्यासकारों में एक ,डॉ वृन्दावन लाल वर्मा जी
'हमारी विभूतियाँ 'स्तम्भ में आप स्वाधीनता संग्राम की पहली कतार के योद्धा एवं बिहार के प्रथम गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री स्व महामाया प्रसाद सिन्हा जी से मिलेंगे ;
'हमारी विभूतियाँ 'स्तम्भ में आप स्वाधीनता संग्राम की पहली कतार के योद्धा एवं बिहार के प्रथम गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री स्व महामाया प्रसाद सिन्हा जी से मिलेंगे ;
'हमारी विभूतियाँ’ स्तम्भ में आज हम मिलेंगे ,भारतीय इतिहास के ऐसे महानायक से ,जिसने मुग़लों को न केवल पराजित किया ,बल्कि इस जीत को जीवन पर्यंत क़ायम रखा,साम्राज्य का विस्तार बंगाल जिसमें आज का बांग्लादेश भी शामिल है के साथ साथ पटना तक करने में सफल रहे .इस अद्भुत,अद्वितीय एवं पराक्रमी कायस्थ महानायक को शत शत प्रणाम.
'हमारी विभूतियाँ’ स्तम्भ में आज हम मिलेंगे ,भारतीय इतिहास के ऐसे महानायक से ,जिसने मुग़लों को न केवल पराजित किया ,बल्कि इस जीत को जीवन पर्यंत क़ायम रखा,साम्राज्य का विस्तार बंगाल जिसमें आज का बांग्लादेश भी शामिल है के साथ साथ पटना तक करने में सफल रहे .इस अद्भुत,अद्वितीय एवं पराक्रमी कायस्थ महानायक को शत शत प्रणाम.